ख्वाव कोई भी हो सर चढ़ के बोलना चाहिए
मोहब्बत करो तो अपने करियर से,वादा करो तो खुद से,प्यार करो तो अपनी मंजिल से,सपने देखो तो अपनी सफलता के,जब जूनून सर चढ़कर बोलेगा,तभी आप किसी भी मंजिल को हासिल कर पाओगे।मंज़िल तप मांगती है । सपने कुर्बानियां मांगते है । लक्ष्य को त्याग चाहिए । सफलता को पूर्ण समर्पण चाहिए । पड़े पड़े कोई सफल नही हुआ । सोचते सोंचते कोई महान नही बना । किसी ने रातों रात नही पाई सफलता । बिना परिश्रम कोई सफल इंसान नही बना ।
गलना तो पड़ेगा ही । चलना तो होगा ही । अगर मंज़िल तक पहुचना है । अगर कुछ पाना है ।।
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