Saturday, 23 May 2020

Jyoti..The Hero of the Disaster.

✍️✍️अपनी कलम से ।

जब किसी के दर्द में डूबा एक अदना सा इंसान थान लेता है न तो उस पर्वत को भी टूटना पड़ता है जिसे न जाने अपने ऊंचाइयों,अपने मजबूती पर कई सदियों से अकड़ होगा ।
शुरुआत में दुनिया के लिए पागल वो बंदा बाद में देश का हीरो बन जाता है ।उसके नाम पर फ़िल्म बनती है और वो दशरथ मांझी कहलाता है ।



 संकट, परेशानियां,तकलीफे ये सब बौने पड़ जाते है जब कोई मजबूर,कोई गरीब,कोई तीव्र इक्षा मन मे लिए चल देता है अपने मंज़िल के लिए ।आंसू,दर्द,चिंता अब परेशान नही करते उसे,हौसला बढ़ाते है ।वो जानता है कि इन सब चीज़ों को जब वो पार कर जाएगा तो उसके जीवन का स्वर्णिम पल आएगा जिसके लिए वो इतना कुछ कर रहा है ।उसे सिर्फ मकसद दिखता है और कुछ नही । और जब सिर्फ मकसद दिखने लगे जाए तो प्रकृति भी अपना नियम तोड़ देती है उसके लिए, और आगे जो होता है न जादू उसी को कहते है शायद ।जिस पर लोग विश्वास न कर पाएं ।

ज्योति कुमारी ऐसी ही एक किरदार है जो इस Covid-19 के महा संकट में उभर कर सामने आई है । 1200 किमी की यात्रा । साइकल से ।भूखे प्यासे ।और अकेले नही अपने मजबूर पिता को बिठाकर साथ मे ।जो चीजें सोचकर भी असंभव लगती है उसने कर दिखाया है ।

और सच कहिए तो हर संकट में होता है कुछ ऐसा । हर मुश्किल में निकलते है कुछ गुदडी के लाल जिनके फितरत में ही होती है मुसकिलों के सीने चीरकर अवसर में बदल देना । संकट ही नायक पौदा करते हैं ।

ज्योति कुमारी प्रेरणा है ।शायद उन्हें भी नही पता कि क्या किया है उन्होंने ।वो तो सिर्फ अपना घर पहुचना चाहती थी । लेकिन शायद अब वो वहां पहुचेंगी जहाँ कभी सोचा भी नही । इवांका ट्रम्प ने शाबासी दी है ज्योति को ।साइकिलिंग फेडरेशन ने भी बुलाया है शायद उन्हें । सबकुछ सही रहा तो शायद एक और जादू होगा ।और हरेक मन जो आज जूझ रहा है अपने सपनो के लिए,अपने मजबूरियों से,अपने हालातो से  चाहता है कि ज्योति के साथ अब सब कुछ अच्छा हो ।वो कुछ ऐसा कर दिखाए की आगे आने वाले दिनों में जब कोई टूटने लगे तो उनकी स्टोरी हिम्मत पैदा करे लोगो मे । ज्योति कुमारी को बहुत शुभकामनाएं ।

रही बात सरकार की तो अपने हिसाब से सरकार अपना काम कर रही है ।लोग अपने मतों के हिसाब से,अपने राजनैतिक झुकाव के हिसाब से सरकार को दोष दे सकते है या तारीफ कर सकते है,उन पर निर्भर करता है ।सरकार हमेशा अपना काम करती ही है,अच्छा करने की कोशिश करती ही है,शासन किसी भी दल का हो । हम अपना काम ईमानदारी से करे ,सरकार को  उनका काम करने दे ।
Er. Ravi R. Yadav

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