ऐसे नही मायूस होते यार ! क्या हो गया ? लग रहा कि अब सब खतम हो गया? लग रहा जैसे जो चाहिए था नहीं मिला और अब कोई उम्मीद भी नही बची? क्या हुआ समझ नही आ रहा कि शुरुआत कहां से करे?Self Doubts होने लगा कि अब कुछ हो भी पाएगा या नहीं? लगने लगा जैसे जिंदगी एकदम रुक गई है , नीरस, बोझिल और आशाहीन हो गई है?
मेरे भाई,मेरे दोस्त ऐसे मे मायूस नही होते ! रोते नही ! सुबकते नही ! काम करना छोड़ नही देते ! किसी का इंतजार नही करते ! किसी के लिए आंसू नहीं बहाते ! ये नही सोचते कि पड़ोसी ने क्या कह दिया। इस पर ध्यान नहीं देते कि कौन कौन साथ थे जो अब छोड़ गए । ये नही देखते कि अब आप पर कोई विश्वास नहीं करता । खाना पीना नहीं छोड़ते !ऐसा कुछ नही करते मेरे दोस्त !
जब जिंदगी में कभी ऐसे हालात आए कि आप एकदम low फील कर रहे हो ! जब आपको कोई रास्ता ही नही दिख रहा हो ! कोई था अपना जो अब नही रहा ! कोई था सपना जो टूट गया ! कोई इच्छा थी दिल में जो शायद अब पूरा होते नही दिख रहा!
तो दोस्त सृजित करते हैं खुद को फिर से ! खड़ा करते हैं खुद को ! अपने टूटे हिस्से को समेटते हैं, बिना किसी से कोई उम्मीद किए, बिना किसी की हमदर्दी लिए । बिना किसी को blame किए ! अपने आंसुओं को खुद ही पोछते हैं.. अपना पीठ खुद ही थपथपाते हैं! अपना हौसला अफजाई खुद ही करते है ,मेरे भाई !!
खुद को खड़ा करने की दिशा में पहला कदम है अपने टूटे कॉन्फिडेंस को वापस लाना ! आसान नहीं है! लेकिन उतना मुश्किल भी नहीं । मुश्किल इसलिए नही क्योंकि process है ! तरीके से किया जाए तो हो जाता है। टूटे कॉन्फिडेंस को वापस लाने के लिए किसी एक चीज में बहुत अच्छा करना होगा । एक चीज से शुरुआत करनी होगी । जैसे आप हेल्थ ठीक कर लीजिए । बॉडी अच्छी दिखने लग जाए ।जब एक चीज अच्छी हो जाए तो दूसरी पर काम करना शुरू कीजिए । धीरे धीरे आप देखेंगे कि सब कुछ संभाल रहा है। और आप उस हालत में आ रहे है जहां आप चाहते थे ।
दूसरा तरीका ये है कि आप नियम बना लीजिए काम नही रुकना चाहिए । हालात जैसे भी हो । कोई छोड़ गया, काम चलता रहेगा। कुछ टूट गया ,काम चलता रहेगा।कुछ भी हो जाए ,काम नही रुकेगा । आप अगर सिद्ध से काम करते रहोगे तो बहुत जल्द आप किसी भी हालात से बाहर निकल जाएंगे । काम कॉन्फिडेंस देता है ।परिणाम आपको आगे और अच्छा करने की प्रेरणा देता है ।।
मायूसी ,उदासी से बाहर निकलने का एक तरीका ये भी है कि नकारात्मक लोगो से दूर हटकर कुछ सकारात्मक लोगो के साथ ही रहा जाए ।नकारात्मक लोगों को बातो से आप नही हरा सकते,result से prove करना पड़ेगा ! और result आएगा आंख बंद करके काम करने से ।
तो परेशान नहीं होना है । चाहे जिंदगी के किसी भी पर आप हो । आप से बदतर हालात में कइयों ने बेहतर किया है। हम आप क्यों नहीं कर सकते । तो सिर नीचे गाड़ना है, मेहनत करना शुरू करना है और अपने काम मे सिद्दत से लगना है और लगे रहना है तब तक जब तक कि सफलता की चमक से कुछ लोगों की आंखें न चौंधिया जाए। और परिणाम न मिले तो सिर नीचे रहेगा, मेहनत जारी रहेगी । मेहनत इतना होगा कि उदास होने का समय न मिले ! और
result कैसे नही मिलेगा। मिलना पड़ेगा। जब सबको मिलता है तो हमको भी मिलेगा । उदास नही होना है दोस्त। लड़ना है । सिद्धत से !!
क्या लिखते है सर आप। यही हालत से गुजर रहे थे हम सच में।Thank you sir
ReplyDeleteNo words for u
ReplyDeleteI will definitely follow your advice Sir.
ReplyDeleteRavi sir is the only person who motivates me in any situation... And give me the reason to do anything I want.. He is my inspiration in every way... In studying in poetry and being a good human in life he is my role model... And my half yearly is coming and sir posting this blog just before my exam and yes once again I am motivated for my study..THANKYOU! Lots of love from Astha
ReplyDeleteयही हालत से गुजर रहे थे हम सच में।
ReplyDeleteThank you sir ♥️
Proud of my boy
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